इस आर्टिकल में भगवान दत्तात्रेय के महाशक्तिशाली सर्व पाप और बुरे कर्मों का नाश करने वाले मंत्र की जानकारी दी गयी है। इस त्रिलोक गुरु भगवान दत्तात्रेय का मंत्र इतना असरदार है की यह पिछले जन्म के साथ-साथ इस जन्म के पापों का नाश करता है। इस मंत्र को बोलने के प्रमुख लाभ: 1] पापों और बुरे कर्मों का नाश होकर जीवन में सुख-शांति और समाधान की प्राप्ति होती है। 2] रुकावट और बाधा दूर होकर बिगड़े काम बन जाते है। 3] रोगों और क्लेश से मुक्ति मिलती है। 4] नौकरी-धंदे और पढ़ाई में तरक्की होती है। 5] सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मंत्र विधि: इस महा पाप नाशक मंत्र को हर रोज सवेरे 108 बार बोलें। खुद जगद्गुरु आदि शंकराचार्य गुरु दत्तात्रेय की इस प्रकार से प्रार्थना करते थे - जो आदि में ब्रह्मा, मध्य में विष्णु तथा अन्त में सदाशिव है, उन भगवान दत्तात्रेय को बारम्बार नमस्कार है | ब्रह्मज्ञान जिनकी मुद्रा है, आकाश और भूतल जिनके वस्त्र है तथा जो साकार प्रज्ञानघन स्वरूप है, उन भगवान दत्तात्रेय को बारम्बार नमस्कार है || मंत्र अत्रिपुत्रो महातेजा दत्तात्रेयो महामुनि: | तस्य स्मरणमात्रेण सर्वपापै: प्रमुच्यते ||