श्रावण सोमवती अमावस्या पर बोलने के शक्तिशाली मंत्र


इस साल आषाढ़ / श्रावण अमावस्या कृष्ण पक्ष के सोमवार के दिन पर लग रही है और इसके बाद श्रावण / सावन मास शुरु होगा। सोमवती अमावस १६/७/२०२३ को रात को १० बजकर ९ मिनट पर आरंभ होगी और १७/७/२०२३ की रात्री में १२ बज कर २ मिनट पर समाप्त होगी। ब्रह्मांड की ऊर्जा, और दैवीय शक्ति से जुड़ने के लिए यह एक बहुत असरदार काल है क्यों की वतावरण में इन शक्तियों का संचार होता है।

इस सोमवती अमावस्या पर कई लोग अपने घर के सर्व पीतल या चांदी या अन्य धातु के दीप साफ करके उन्हे प्रज्वलित करके अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का आकर्षण करते है। इसके लिए मिट्टी के दिए भी प्रज्वलित किए जा सकते है।

पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए और उन्हे मुक्ति देने के लिए सावन अमावस का काल बहुत शुभ और असरदार होता है क्यों की यह महिना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। एक दिया पितरों के नाम से प्रज्वलित कर के मीठा भोग अर्पित करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उन्हे मुक्ति मिलती है।

सोमवती अमावस पर || ॐ नमः शिवाय || || Om Namah Shivaya || मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभदायक साबित होगा।

चंद्र देवता के मंत्रों का जाप करना भी बहुत फायदेमंद होगा। इन मंत्रों का सोमवती अमावस के काल में जाप करने से कुंडली के सर्व ग्रह दोषों का और पितृ दोष का निवारण होता है। चंद्र देवता के मंत्र पढ़ने से सुख-समृद्धि, धन-दौलत का आकर्षण होगा, रोग-बीमारी, शत्रु पीड़ा, घरेलु क्लेश खत्म होगा। और, साधक के मन में बसे मनोरथों और मनोकमानों की पूर्ति होती है।

इन मंत्रों को बोलने का तरीका: साधक सोमवती अमावस्या के काल में इन चार मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र को चुन कर उसका जितना चाहे उतना या १०८ बार जाप कर सकता है।

सावन अमावस पर पढ़ने के शक्तिशाली मंत्र

|| ॐ सों सोमाय नम: ||
|| Om Som Somaya Namah ||

|| ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम: ||
|| Om Shraam Shreem Shroum Sah Chandramase Namah ||

|| ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: ||
|| Om Aim Kleem Somaya Namah ||

|| ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम: ||
|| Om Shreem Shreem Chandramase Namah ||

नोट: इस सोमवती / श्रावण अमावस्या पर पढ़ने के चंद्र मंत्रों का हिन्दी विडिया आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देखा सकते हो: आषाढ़ / श्रावण सोमवती अमावस्या पर पढ़ने के शक्तिशाली इच्छा पूर्ति मंत्र

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