उड़द के दानों से शत्रु को नष्ट करने का महाशक्तिशाली शाबर हनुमान मंत्र


इस पोस्ट में, मैंने दुष्ट शत्रु का उड़द के दानों से नाश करने के शक्तिशाली शत्रु नाशक शाबर हनुमान मंत्र के बारे में लिखा है। अगर भक्ति और श्रद्धा के साथ इस शाबर हनुमान मंत्र का प्रयोग किया जाएगा तो यह एक रामबाण की तरह अचूक तरीके से काम करके दुशमन को नष्ट कर देगा।
इस शाबर हनुमान शत्रु नाशक मंत्र को सिद्ध करने की विधि इस प्रकार से है: मंत्र सिद्ध करने के लिए सूर्य या चंद्र ग्रहण, होली, एकादशी, का काल अति उत्तम है। इस काल में मंत्र को १००८ बार बोलकर मंत्र पर सिद्धि मिलती है। सिद्धि मिलने के बाद शत्रु को नष्ट करने के लिए साधक इस मंत्र का प्रयोग कर सकता है।

शाबर हनुमान शत्रु नाशक मंत्र

|| ओम् हनुमान वीर नमः। ओम नमो वीर, हनुमत वीर, शूर वीर, धाय- धाय चले वीर | मूठी भर चलावै तीर | मूठी मार, कलेजा काड़ै | मेरी वैरी, तेरे वश होवै | धर्म की दुहाई | राजा रामचन्द्र की दुहाई | मेरी वैरी न पछाड़मारै, तो माता अंजनी की दोहाई ||

|| Aum Hanuman Veer Namah | Aum Namo Veer, Hanumat Veer, Shoor Veer, Dhay-Dhay Chale Veer | Muthi Bhar Chalavai Veer | Moothi Maar, Kalejaa Kadai | Meri Vairi, Tere Vash Hove | Dharm Ki Duhaee | Raja Ramchandra Ki Duhaee | Meri Vairi Na Pachhadamaarai, To Mata Anjani Ki Dohaee ||

इस शाबर हनुमान मंत्र से दुश्मन को नष्ट करने का तरीका: साधक को थोड़े से काले साबुत उड़द के दाने अपने हाथ में लेकर मंत्र को २१ बार बोलकर, उड़द के दानों को शाबर मंत्र की शक्ति से अभिमंत्रित करना है। और फिर, छुपके, अत्यंत गुप्तता के साथ उन मंत्र अभिमंत्रित उड़द के दानों को शत्रु के उपर फेंक देना है।

नोट: सिर्फ दुष्ट शत्रु पर इस शत्रु नाशक शाबर मंत्र का प्रयोग किया जा सकता है। छोत-मोठे झगड़ों का बदला लेने के लिए इस शक्तिशाली हनुमान मंत्र का प्रयोग कभी भी मत करना।

Comments