इस पोस्ट में, मैंने किसी भी प्रकार के बिजनेस में तुरंत मनचाही तरक्की करके ग्राहकों का आकर्षण करके माल की बिक्री बढ़ाकर भरपूर नाफा कमाकर धंधे को समृद्ध बनाने के दो शक्तिशाली यंत्रों के बारे में लिखा है। यह चमत्कारी यंत्र सर्व व्यापारियों को अत्यंत फायदेमंद साबित होंगे।
कारोबार के स्थान पर बांधने का चमत्कारी यंत्र: इस यंत्र को सफेद कागज पर अष्टगंध की स्याही से लिखकर उसे ऑफिस, दुकान या कारोबार के स्थान के मुख्य द्वार के ऊपर चिपका दें। यंत्र खराब न हो इसलिए उसे लैमिनेट किया जा सकता है।
![कारोबार के स्थान पर चिपकाने का यंत्र दुकान के मुख्य द्वार पर बांधने का यंत्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEifNL65Qq26kQxq1bMgWB_2q9O29LLqbQ7cYKly2q9aBmIS-UvVo-Gn9uv8piPmf0x1AbXH6_-fseUPKxOoLF40FBu8VWZusiVBXWSqkOU4x-HHCl_k5MU02Hu8PyV50X6nc8lAcl6FVv4bp2tR-99WTkayXbk2Oia4_WF0jSFLLyZYUXe_DZelzB07GGY/w320-h269-rw/hinduguru.info-218.png)
बिजनेस में तरक्की करने के लिए अपने पास रखने का शक्तिशाली यंत्र: इस यंत्र को गुरुवार या रविवार के दिन पर पुष्य नक्षत्र के काल में अपने इष्ट देवता के मंदिर में बैठकर सफेद कागज या भोजपत्र पर अष्टगंध के स्याही से लिखना है और अपने पास रखना है, यानी गले में धारण करना है।
![धंधे में नाफा कमाने का यंत्र धंधे में बरकत के लिए अपने पास रखने का यंत्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi-Vg1Hn8ofWEyd75VYKSuQ6gd4u3YQ_CI65itQlTPPvp9Xkj8Xk1yjyAJmOiLGCyH0r3zwvn4_d43FNPNuvAUtWFMFLBx92ybCwnK80JMH_Xte5UZV5b2-r_Uzfl6eXBFFHkWylxNhI1pYLZjDVicYTiHBdDnTi4QRmJk8FBHRpHUPn4OzUQMFtFoI4xo/w320-h225-rw/hinduguru.info-217.jpg)
दोनों यंत्रों के लिए नियम:
१] सवेरे स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करके यंत्र को बनाना है।
२] यंत्र बनाने के बाद उसकी पूजा करें और धूप / अगरबत्ती और दिया प्रज्वलित करें और ताजे फूल और मीठा खाद्य प्रदार्थ अर्पित करें।
३] अपने इष्ट देवता और यंत्र के देवता की प्रार्थना करें और उनका आशीर्वाद लें।
४] अगर यंत्र खराब हो जाता है, तो उसे पानी में विसर्जित करें और इसी विधि से दूसरा यंत्र बनाकर उसका उपयोग करें।
![कारोबार के स्थान पर चिपकाने का यंत्र दुकान के मुख्य द्वार पर बांधने का यंत्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEifNL65Qq26kQxq1bMgWB_2q9O29LLqbQ7cYKly2q9aBmIS-UvVo-Gn9uv8piPmf0x1AbXH6_-fseUPKxOoLF40FBu8VWZusiVBXWSqkOU4x-HHCl_k5MU02Hu8PyV50X6nc8lAcl6FVv4bp2tR-99WTkayXbk2Oia4_WF0jSFLLyZYUXe_DZelzB07GGY/w320-h269-rw/hinduguru.info-218.png)
बिजनेस में तरक्की करने के लिए अपने पास रखने का शक्तिशाली यंत्र: इस यंत्र को गुरुवार या रविवार के दिन पर पुष्य नक्षत्र के काल में अपने इष्ट देवता के मंदिर में बैठकर सफेद कागज या भोजपत्र पर अष्टगंध के स्याही से लिखना है और अपने पास रखना है, यानी गले में धारण करना है।
![धंधे में नाफा कमाने का यंत्र धंधे में बरकत के लिए अपने पास रखने का यंत्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi-Vg1Hn8ofWEyd75VYKSuQ6gd4u3YQ_CI65itQlTPPvp9Xkj8Xk1yjyAJmOiLGCyH0r3zwvn4_d43FNPNuvAUtWFMFLBx92ybCwnK80JMH_Xte5UZV5b2-r_Uzfl6eXBFFHkWylxNhI1pYLZjDVicYTiHBdDnTi4QRmJk8FBHRpHUPn4OzUQMFtFoI4xo/w320-h225-rw/hinduguru.info-217.jpg)
दोनों यंत्रों के लिए नियम:
१] सवेरे स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करके यंत्र को बनाना है।
२] यंत्र बनाने के बाद उसकी पूजा करें और धूप / अगरबत्ती और दिया प्रज्वलित करें और ताजे फूल और मीठा खाद्य प्रदार्थ अर्पित करें।
३] अपने इष्ट देवता और यंत्र के देवता की प्रार्थना करें और उनका आशीर्वाद लें।
४] अगर यंत्र खराब हो जाता है, तो उसे पानी में विसर्जित करें और इसी विधि से दूसरा यंत्र बनाकर उसका उपयोग करें।
५] यंत्र के अंक लिखने की किसी भी प्रकार की विशिष्ट चाल नहीं है और उन्हे किसी भी क्रम में लिखा जा सकता है।
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