इस पोस्ट में, मैंने सर्व स्त्रियों और पुरुषों का अत्यंत भयंकर वशीकरण करने के एक अचूक शाबर वशीकरण मंत्र के बारे में लिखा है। इन सर्वजनों में उस मनचाहे महिला और पुरुष भी शामिल है, जिनका प्यार साधक पाना चाहता है।
इस महाशक्तिशाली शाबर वशीकरण मंत्र को जगद वशीकरण मंत्र भी कहा जाता है क्योंकि यह मंत्र एक साथ बहुत सारे लोगों का या एक पूरी सभा का वशीकरण करने की शक्ति रखता है।
इस शाबर वशीकरण मंत्र को सिद्ध करने का तरीका: इस मंत्र का १०, ००० बार जाप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। इसके लिए साधक रुद्राक्ष या दूसरी किसी भी जाप माला का उपयोग कर सकता है।
मंत्र
ॐ नमो भगवति पुर पुर वेशनि पुराधिपतये सर्वजगद् भयंकरि छीं भैं ऊं रां रां रं रीं क्लीं वालौ सः वंच कामवाण सर्व श्री समस्त नरनारीगणं मम वशमानय वशमानय स्वाहा ||
Mantra
Om Namo Bhagavati Pur Pur Veshani Puraadhipataye Sarvajagad Bhayankari Chhim Bhaim Um Raam Raam Ram Reem Kleem Vaalou Sah Vamch Kaamavaan Sarva Shri Samast Naranariganam Mam Vashamaanaya Vashamaanaya Swaha ||
इस शाबर वशीकरण मंत्र का प्रयोग करने का तरीका: जब काभी साधक को इस मंत्र की जरूरत है, तब-तब उसको इस मंत्र को २१ बार बोलकर हलके से अपने चेहरे पर अपने हाथ फेरने है। ऐसा करने से सर्व लोग साधक से सम्मोहित होकर उसके भयंकर वशीकरण के बंधन में आ जाते है।
लेकिन बार-बार मानुली हेतुओं के लिए इस शाबर वशीकरण मंत्र का उपयोग मत करें। ऐसा करने से उसकी शक्ति काम हो जाती है।
इस महाशक्तिशाली शाबर वशीकरण मंत्र को जगद वशीकरण मंत्र भी कहा जाता है क्योंकि यह मंत्र एक साथ बहुत सारे लोगों का या एक पूरी सभा का वशीकरण करने की शक्ति रखता है।
इस शाबर वशीकरण मंत्र को सिद्ध करने का तरीका: इस मंत्र का १०, ००० बार जाप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। इसके लिए साधक रुद्राक्ष या दूसरी किसी भी जाप माला का उपयोग कर सकता है।
मंत्र
ॐ नमो भगवति पुर पुर वेशनि पुराधिपतये सर्वजगद् भयंकरि छीं भैं ऊं रां रां रं रीं क्लीं वालौ सः वंच कामवाण सर्व श्री समस्त नरनारीगणं मम वशमानय वशमानय स्वाहा ||
Mantra
Om Namo Bhagavati Pur Pur Veshani Puraadhipataye Sarvajagad Bhayankari Chhim Bhaim Um Raam Raam Ram Reem Kleem Vaalou Sah Vamch Kaamavaan Sarva Shri Samast Naranariganam Mam Vashamaanaya Vashamaanaya Swaha ||
इस शाबर वशीकरण मंत्र का प्रयोग करने का तरीका: जब काभी साधक को इस मंत्र की जरूरत है, तब-तब उसको इस मंत्र को २१ बार बोलकर हलके से अपने चेहरे पर अपने हाथ फेरने है। ऐसा करने से सर्व लोग साधक से सम्मोहित होकर उसके भयंकर वशीकरण के बंधन में आ जाते है।
लेकिन बार-बार मानुली हेतुओं के लिए इस शाबर वशीकरण मंत्र का उपयोग मत करें। ऐसा करने से उसकी शक्ति काम हो जाती है।
Comments
Post a Comment