इस पोस्ट में, मैंने एक महाशक्तिशाली और तुरंत असर करने वाले शाबर शत्रु मारण मंत्र प्रयोग के बारे में लिखा है जिसमें इतनी प्रचंड शत्रु नाशक ऊर्जा उत्पन्न करने की शक्ति है की इस मंत्र से बड़े से बड़ा और ताकतवर शत्रु को भी शीघ्र खत्म किया जा सकता है।
![बड़े से बड़े शत्रु को नष्ट करने का शाबर मंत्र शाबर शत्रु मारण मंत्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEghLM2FLJ8AxwHtxxErgFV7aNtO36WEZN_orsl8RRRKAtM9oKpV3rAj2SLTaCcsXKMJNsJCp8BnzOC0B_IOH4UJkNXr39dQTFIdMC1IbUXhHQ7jnSt47Tjpf_CnneJdMLIR-nioLMYUtPuouiVTbV74szfSlkl5EvrkNQpKWL_zpcEzy4rMYvmMPvZC=w400-h225-rw)
लेकिन इस शाबर शत्रु मारण मंत्र का इस्तेमाल सिर्फ आखिरी विकल्प की तौर पर किया जाना चाहिए और वह भी अगर शत्रु, साधक के या उसके प्रियजनों की जान के लिए खतरा बन चुका है। यह उस किस्म का शाबर शत्रु मारण उपाय है जिसका प्रयोग अघोर पंथ के कुछ तांत्रिक अपने दुश्मनों को नष्ट करने के लिए गुप्तता में करते है।
इस शत्रु नाशक शाबर मारण मंत्र उपाय का प्रयोग करने की विधि:
1] इस मारण मंत्र प्रयोग को किसी भी दिन किया जा सकता है। किसी भी प्रकार की पूजा-विधि या प्रार्थना करने की जरूरत नहीं है। इस मारण मंत्र प्रयोग को तीव्रता और प्रबल आत्मविश्वास के साथ करने से तत्काल चमत्कारी नतीजे प्राप्त हो सकते है।
2] साधक को बाजार में मिलने वाला एक 3 से 12 इंच का लोहे का त्रिशूल खरीदना है और उसे किसी भी प्राणी या अपने खुद के रक्त और किसी भी किस्म के जहर यानी की विश के मिश्रण में डुबोकर अपने सामने रखकरम् उसको देखते हुए आगे बताए हुए शत्रु मारण मंत्र को 1000 बार बोलना है।
मंत्र
ॐ क्षुं क्षीं [ अमुकं ] ठः ठः ||
Mantra
Om Kshum Kshim [ Amukam ] Thah Thah ||
3] मारण मंत्र की गिनती करने के लिए रुद्राक्ष या अन्य किसी भी प्रकार की जाप माला का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे वह त्रिशुल मारण मंत्र की भयंकर शत्रु विनाशक शक्ति से अभिमंत्रित हो जाता है।
4] इसके बाद साधक को, उस त्रिशूल को भूमि में पुरी तरह से गाड़ देना है। इस तांत्रिक विधि का प्रयोग करने से शत्रु पुरी तरह से नष्ट हो जाता है।
नोट: इस शत्रु मारण मंत्र उपाय के विडियो को हमारे यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है: शत्रु को नष्ट करने का तंत्रिकी शाबर शत्रु मारण मंत्र प्रयोग
लेकिन इस शाबर शत्रु मारण मंत्र का इस्तेमाल सिर्फ आखिरी विकल्प की तौर पर किया जाना चाहिए और वह भी अगर शत्रु, साधक के या उसके प्रियजनों की जान के लिए खतरा बन चुका है। यह उस किस्म का शाबर शत्रु मारण उपाय है जिसका प्रयोग अघोर पंथ के कुछ तांत्रिक अपने दुश्मनों को नष्ट करने के लिए गुप्तता में करते है।
इस शत्रु नाशक शाबर मारण मंत्र उपाय का प्रयोग करने की विधि:
1] इस मारण मंत्र प्रयोग को किसी भी दिन किया जा सकता है। किसी भी प्रकार की पूजा-विधि या प्रार्थना करने की जरूरत नहीं है। इस मारण मंत्र प्रयोग को तीव्रता और प्रबल आत्मविश्वास के साथ करने से तत्काल चमत्कारी नतीजे प्राप्त हो सकते है।
2] साधक को बाजार में मिलने वाला एक 3 से 12 इंच का लोहे का त्रिशूल खरीदना है और उसे किसी भी प्राणी या अपने खुद के रक्त और किसी भी किस्म के जहर यानी की विश के मिश्रण में डुबोकर अपने सामने रखकरम् उसको देखते हुए आगे बताए हुए शत्रु मारण मंत्र को 1000 बार बोलना है।
मंत्र
ॐ क्षुं क्षीं [ अमुकं ] ठः ठः ||
Mantra
Om Kshum Kshim [ Amukam ] Thah Thah ||
3] मारण मंत्र की गिनती करने के लिए रुद्राक्ष या अन्य किसी भी प्रकार की जाप माला का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे वह त्रिशुल मारण मंत्र की भयंकर शत्रु विनाशक शक्ति से अभिमंत्रित हो जाता है।
4] इसके बाद साधक को, उस त्रिशूल को भूमि में पुरी तरह से गाड़ देना है। इस तांत्रिक विधि का प्रयोग करने से शत्रु पुरी तरह से नष्ट हो जाता है।
नोट: इस शत्रु मारण मंत्र उपाय के विडियो को हमारे यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है: शत्रु को नष्ट करने का तंत्रिकी शाबर शत्रु मारण मंत्र प्रयोग
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