शनिदेव को खुश कर के प्रचंड लाभ पाने का चमत्कारी पंद्रह का यंत्र


आज इस पोस्ट में, मैंने शनि ग्रह को प्रसन्न करके हर प्रकार प्रचंड लाभ पाने के १५ के महाशक्तिशाली और अनोखे यंत्र से किए जाने वाले एक अत्यंत असरदार उपाय के बारे में लिखा है।

इस चमत्कारी पंद्रह के यंत्र उपाय का प्रयोग साढ़े-साती, शनि ढईया, पनोती, या शनि की दशा, अंतर्दशा या महादशा के मुश्किल समय में राहत मिलने के लिए भी किया जा सकता है।

शनिदेव अनुकूल होने के लाभ: कुंडली में उच्च का शनि, यानी अनुकूल और शुभ शनि होने के या उनकी कृपा पाने से साधक को जीवन में सब कुछ मिल जाता है। हर काम और कार्य में मनचाही सफलता मिलती है, हर इच्छा और मनोकामना पूरी होती है और शत्रु और गुप्त-शत्रुओं से परेशानी नहीं होती है। अत्यंत शुभ शनि से साधक रातों-रात रंक से राजा बन सकता है।

अशुभ शनि के कुछ लक्षण: कुंडली में शनिदेव अशुभ होने से हर काम या कार्य में विलंब, बाधा या किसी ना किसी प्रकार की समस्या निर्माण हो जात है और सफलता पाना मुश्किल होता है। साधक हमेशा दुखी और डिप्रेशन रहता है और उसके मानसिक शांति नहीं मिलती है।

शनि देव को खुश करने के लिए इस पंद्रह के यंत्र उपाय का प्रयोग करने की विधि: १] इस पंद्रह के यंत्र को शुक्ल पक्ष के शनिवार के दिन शुक्र के होरे में बनाना है।

२] पंद्रह के यंत्र को तांबे के टुकड़े पर बना कर लेना है या एक सफेद रंग के कागज के टुकड़े पर काले रंग के स्याही के पेन से लिखना है।

शनिदेव को पसन्न करने का 15 का यंत्र

३] फिर, शनिदेव को एक छोटीसी प्रार्थना करने के बाद पंद्रह के यंत्र को अपने जेब / बटुए में रखना है या अपने गले में धारण करना है।

१५ के यंत्र के अंकों को लिखने की किसी भी प्रकार की चाल नहीं है और अंकों को हिन्दी, अंग्रेजी या अन्य किसी भी भाषा में लिखा जा सकता है।

नोट: शनिदेव को प्रसन्न करने के इस आर्टिकल को अंग्रेजी में यहाँ पर देखा जा सकता है: Magical 15 Ka Yantra to Please Shanidev.

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